हमारे बारे में

 

 

            

          विगत दो वर्षों से पूरा देश कोविड-19 के प्रभाव से ग्रस्त रहा है। छत्तीसगढ़ भी उससे अछूता नहीं रहा है। इसके बावजूद विद्यार्थियों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन के लिए उच्च शिक्षा विभाग सतत क्रियाशील रहा। कोविड-19 के संक्रमण से विद्यार्थियों एवं महाविद्यालयीन अधिकारियों/कर्मचारियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अध्यापन व्यवस्था की निरंतरता को बनाए रखने की दिशा में प्रयास किए गए।

          विश्वविद्यलायीन अध्ययन शालाओं एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए शैक्षणिक सत्र के आरंभ में 50 प्रतिशत उपस्थिति तथा शेष के लिए ऑनलाईन अध्यापन की व्यवस्था के निर्देश दिये गये। कोविड-19 संक्रमण दर कम होने के पश्चात शत प्रतिशत भौतिक उपस्थिति के साथ अध्यापन कार्य संचालन की व्यवस्था की गई। विद्यार्थियों के लिए hecgonline app के माध्यम से अध्यापन की व्यवस्था की गई । इन ऑनलाइन कक्षाओं के विडीयो लेक्चर यू-ट्यूब पर भी उपलब्ध कराये गये । 

          शासकीय महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में कुल प्रवेशित छात्र संख्या 3,10,087 है जो विगत सत्र की कुल प्रवेशित छात्र संख्या से 50,636 अधिक है। वैश्विक महामारी के बावजूद यह उच्च शिक्षा विभाग की विद्यार्थी केन्द्रित कार्य योजना की सफलता है। उच्च शिक्षा को सर्व सुलभ एवं सर्व समावेशी बनाने की दृष्टि से 26 नये नवीन शासकीय महाविद्यालयों की स्थापना की गई है। इसी अनुक्रम में शिक्षा सत्र 2021-22 में शासकीय एवं अशासकीय महाविद्यालयों में विभिन्न विषयों/संकाय में 10763 सीट्स की वृध्दि तथा नवीन विषयों के लिए 2355 सीट्स की स्वीकृति प्रदान की गई है।

          प्रदेश के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग प्रतिबद्ध है। इस दिशा में प्रदेश के सभी महाविद्यालयों का जून-2022 तक नैक से मूल्यांकन एवं प्रत्यायन किये जाने का कार्य अभियान के तौर पर किया जा रहा है। सभी क्षेत्रों एवं सभी वर्ग के विद्यार्थियों को आधुनिकतम सुविधाओं के साथ गुणवत्ता शिक्षा दिये जाने की दिशा में विभाग निरंतर प्रयासरत है।